राष्‍ट्रीय

सरस्वती पूजा पूर्वांचल समाज की लोक परंपरा और संस्कृति का प्रतीक है-विक्रम मच्छरौली

सत्य खबर, बापौली :

बसंत पंचमी के पावन पर्व कों पुरे देश में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया और पूर्वांचल समाज के लोगों द्वारा विशेष रूप से इस दिन जगह -जगह माँ सरस्वती की पूजा का आयोजन कर रंगारंग कार्यक्रम पेश किये। आपको बतादें पूर्वांचल समाज में इस दिन का बहुत बड़ा महत्व है। इस दिन कों खासकर नेपाल व बांग्लादेश में भी बहुत खुशी से मनाते है।

ऊझा गांव की नलवा कालोनी में भी बीते दिन  देर रात पूर्वांचल समाज द्वारा वार्षिकोत्स्व महोत्सव धूमधाम से मनाया। कार्यक्रम में पूर्व विधायक रविन्द्र मच्छरौली के भाई विक्रम मच्छरौली ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत कर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। विक्रम मच्छरौली ने कार्यक्रम से पहले माँ सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्प चढ़ाकर माथा टेका और क्षेत्र की उन्नति और प्रगति की कामना की। विक्रम मच्छरौली ने इस मौके पर लोगों कों सम्बोधित करते हुए भव्य कार्यक्रम के आयोजन करने पर धन्यवाद किया और क्षेत्र व पूर्वांचल समाज के लोगों कों बसंत पंचमी के पावन की बधाई दी। विक्रम मच्छरौली ने कहा की सरस्वती पूजा पूर्वांचल समाज की लोक परंपरा और संस्कृति का प्रतीक है और सही मायने में किसी भी पर्व की खुशी तभी बढ़ती है ज़ब साथ मिलकर मनाया जाये। इससे पहले आयोजनकर्ताओ ने विक्रम मच्छरौली का फूल मालाओ व शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया।

फोटो फाइल. 16 पीएनपी 3.  कार्यक्रम में सम्बोधित करते पूर्व विधायक रविन्द्र मच्छरौली के भाई विक्रम मच्छरौली

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